नदियाँ रोई
आंसुओ का सैलाब
हर तरफ
अनसुनी की
वनों की वो पुकार
अब चीत्कार ?
मेरु की मौत
बेखबर दुनिया
सूखा भविष्य
तपे धरती
हमारे शीतगृह
ताप बढ़ाएं
आंसुओ का सैलाब
हर तरफ
अनसुनी की
वनों की वो पुकार
अब चीत्कार ?
मेरु की मौत
बेखबर दुनिया
सूखा भविष्य
तपे धरती
हमारे शीतगृह
ताप बढ़ाएं