मौन समन्दर
खामोश लहरें
सहमी चांदनी
कुछ सुनने की कोशिश करते
गुमसुम देखते
रेत के टीले
नम आँखों में
थे जो सपने सीले सीले
उदास सोचते सब
मासूम सपनो का
कातिल है कौन
ये रास्ता
ये पेड़ ये हवा
धूप छाँव ये जीवन की
पूछती मंजिले
सारी कायनात
शाम की बारिश में
जो साथी था छूटा
उसके सपनो का
कातिल है कौन
खामोश लहरें
सहमी चांदनी
कुछ सुनने की कोशिश करते
गुमसुम देखते
रेत के टीले
नम आँखों में
थे जो सपने सीले सीले
उदास सोचते सब
मासूम सपनो का
कातिल है कौन
ये रास्ता
ये पेड़ ये हवा
धूप छाँव ये जीवन की
पूछती मंजिले
सारी कायनात
शाम की बारिश में
जो साथी था छूटा
उसके सपनो का
कातिल है कौन
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